इंडिया वर्ल्ड का लार्जेस्ट ऑटोमोबाइल कंज्यूमर मार्केट है। इतने बड़े मार्केट के कस्टमर मेनली 4 कैटेगरी में डिवाइडेड हैं, अपर क्लास – 400 to 600cc प्रीमियम बाइक्स कस्टमर्स, मिडिल क्लास – 150 to 300cc मिड रेंज बाइक्स कस्टमर्स, लोअर क्लास -100cc बाइक्स कस्टमर्स। प्रॉब्लम मिड रेंज वालों के साथ हो जाती है, जो घाई – घाई में 200 से 300cc ki बाइक ले आते हैं, फिर उन्हें पेट्रोल के खर्चे का ऐसा सदमा लगता है, सड़क पर चलती हुई स्प्लेंडर उन्हें अप्सरा दिखाई देती है।

रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350
मिडिल क्लास के लोगों की जेब में डाका डालने वाली पहली मोटरसायकल है, रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350, रॉयल स्टेटस सिंबल वाली यह रॉयल बाइक,2 लाख की ऑन रोड प्राइस, 5 मैन्युअल ट्रांसमिशन,349cc पावर देने वाली मोटरसाइकिल हैं। जिसका वजन 195kg है। वैसे तो हजारों लोगों के पैर तोड़ चुकी है, लेकिन जब से यह सेल्फ स्टार्ट में आने लगी, इस बाइक के चौथाई वजन वाले, छापरी लड़के भी, इस दानव को रौब दिखाने के लिए खरीद लेते हैं, लेकिन जब इसके खून पीने वाली दानवी प्रवृत्ति से, नपातुला बजट वाहन स्वामी का सामना होता हैं, तो सारा रौब मामा के यहाँ चला जाता हैं।
40 km/ per litre mileage claimed वाली यह बाइक अपने भारी भरकम वजन के साथ कभी 30 के ऊपर नहीं जाती। गाजे बाजे के साथ घर लाई गई यह बाइक जब लोगों के बैंड बजाती है। तो सपनों में सिर्फ पेट्रोल पंप नजर आते हैं।
इसके बावजूद भारी भरकम बैंक बैलेंस वाले, लोगों के बरामदे में यह गाड़ी, जरूर ख़डी दिखती है।

KTM 200 duke
225000 ऑन रोड प्राइस वाली यहां 200 सीसी की बाइक, पेट्रोल पीने में 350 सीसी वाले रॉयल एनफील्ड क्लासिक की भी,मौसी निकलती है, पावरफुल इंजन, स्पोर्टी लुक इस बाइक की खासियत है।199.5cc इंजन 6 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन, 13.4 फ्यूल टैंक कैपेसिटी 159 kg वजन, स्टाइलिश और ट्रेंडी दिखने के लिए जेनजी नामक प्रजाति के लोग, इस बाइक को बड़े चाव से घर ले आते हैं। लेकिन जब 30 की माइलेज निकाल कर यह बाइक घाव देती है तो, कोई भी दोस्त उस घाव पर मरहम लगाने नहीं आता। जब खुद की सरकारी नौकरी हो, यह हाईवे में चार बीघा जमीन हो, तभी इस मोटरसाइकिल की शौक पाले।

पल्सर NS 200
बजाज कंपनी की पल्सर एनएस 200, 2 लाख की रेंज में अपने सेगमेंट की, पेट्रोल पीने वाली प्यासी चुड़ैल है, स्टाइलिश लुक, हाईवे लोंग रन में दमदार परफॉर्मेंस, और बजाज का कस्टमर सपोर्ट सस्ते पार्ट्स और, हर जगह अवेलेबिलिटी , इसके बावजूद बजाज की यह मोटरसाइकिल, सड़कों से ज्यादा बजाज के शोरूम में नजर आते हैं। कंपनी मोटरसाइकिल की माइलेज 35 से 40 पर लीटर क्लेम करती है, पर बजाज पल्सर मोटरसाइकिल मालिकों के पड़ोसी और रिश्तेदार जानते हैं, यह कभी 30 से ज्यादा की माइलेज नहीं देती, तभी तो कभी मोटरसाइकिल मांगने की हिम्मत नहीं करते।

अपाचे आरटीआर 180
माइलेज के नाम से नाराज होने वाली मोटरसाइकिल का किस्सा 300 200cc पर ही खत्म नहीं होता, टीवीएस अपाचे आरटीआर 180, तेल का कुआं मांगने वाले मोटरसाइकिल्स की बिरादरी में शामिल है, ऑयल कूल्ड इंजन के साथ आने वाली, अपाचे आरटीआर 180 की मैक्सिमम स्पीड 113 है, फ्यूल टैंक कैपेसिटी 12 ली. 90 फ़ीसदी पेट्रोल और टूल्स के साथ इस गाड़ी की वजन 140 हो जाती है। वैसे तो अपाचे सीरीज की सारी मोटरसाइकिल स्पोर्ट मोटरसाइकिल है, अपाचे सीरीज की गाड़ियां, पावरफुल और स्टाइलिश तो होते हैं, पर माइलेज मांगो तो यह ठेंगा दिखा देते हैं, अपाचे आरटीआर 180 का माइलेज देखकर अच्छे अच्छो का कलेजा मुँह को आता है। 45 किलोमीटर पर लीटर क्लेमड माइलेज वाली, यह मोटरसाइकल बस मुश्किल से 35 का ही एवरेज निकाल पाती है। जो इसकी ऑन रोड प्राइस 1,63,416 से 1,70,500 और महगें पार्ट्स के साथ पीड़ादाई साबित होती है।

सुजुकी -GSX-S125
बड़ी इंजन वाली मोटरसाइकिल्स, मैक्सिमम पावर जेनरेट करती है, 30 35 का एवरेज देती है। यह बात कुछ पल्ले पड़ भी जाती है, मगर सुजुकी की 95,740 के शुरुआती प्राइस की 125cc की मोटरसाइकिल्स भी दगा दे जाती, इसको लेने के बाद, इसको चलाने वाले, टेंशन में रहते है, 125cc की इंजन के साथ, यह मोटरसाइकिल, एवरेज देने में कभी आगे नहीं आती, तो इसको खरीदने वाले भला कैसे आगे आएंगे। तभी तो सुजुकी के विशाल सेल्स और सर्विस नेटवर्क के बावजूद, यह मोटरसाइकिल बहुत कम बिकी है। 125cc इंजन 15ps पावर के साथ 30,35 का माइलेज, चलाने वाले के हिमोग्लोबिन में कमी लाने के लिए काफी है।