धान बरसाती सीजन की मुख्य फसल है। अधिकतर किसानों की, आय का मुख्य जरिया है धान की खेती । बढ़िया उपज के लिए, उन्नत किस्म की बीज का चुनाव, बहुत जरूरी है। ताकि किसानों को मिले बंपर पैदावार।

भारत के कई राज्यों में, चावल मुख्य आहार है, इसका कारण है, भारतीय उपमहाद्वीप की जल वायु और वातावरण जो धान की खेती के लिए उपयुक्त हैं। ऐसे में भारतीय किसानो की आर्थिक और सामाजिक दशा, काफी हद तक धान की खेती पर निर्भर है।
धान की खेती पर भारतीय किसानों की, पूरे साल भर की पारिवारिक खर्चों की निर्भरता रहती है। ऐसे में धान की अच्छी उपज ना होना किसानों के ऊपर दुख में दोहरा मार की तरह होती है। धान की अच्छी फसल का ना होना, उन्नत किस्म की बीज का चुनाव न करने के कारण भी होता है, तो आईए जानते हैं, साल 2025 के धान की खेती के सीजन के लिए अच्छी किस्म के बीज कौन-कौन से हैं।
बीज के चुनाव में दो चीज महत्वपूर्ण है। धान की खेती जहाँ की जाएगी वहाँ की मिट्टी और पानी की उपलब्धता। उस हिसाब से धान की किस्म का चुनाव किया जाता हैं।
पानी की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता वाली कन्हार और बहरा भूमि के लिए धान की उन्नत किस्म
स्वर्णा -1,सोना मसूरी, कर्मा मसूरी,चंद्रहसिनी, इंदरा, माहेश्वरी, सम्पदा, बामलेशवरी,स्वर्णा जैसी किस्म उपयुक्त है। जो छत्तीसगढ़ की निचली एवं भरे हुए पानी वाले खेतों में बंपर पैदावार देती हैं। इन किस्मो का पैदावार उम्र 160 से 180 दिन होती हैं
कम सिचित भूमि जैसे मटासी भाठा भूमि के लिए उपयुक्त धान की किस्मे।
ये किस्में खास तौर पर छत्तीसगढ़ की असिंचित ऊंची भूमि को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं और अच्छी पैदावार देती हैं।
जैसे – पूर्णिमा,दंतेश्वरी,आदित्य, दंतेश्वरी,कलिंगा 3, सहभागी धान- 1, इंदरा बरानी धान -1 शामिल है।
सिचित भूमि के लिए धन की किस्म
अगर आपके पास पर्याप्त पानी की सुविधा है, जैसे बोरवेल नहर या अन्य कोई सिचाई का साधन तो किसी भी प्रकार की मिट्टी मे लंबी अवधि की धान की फसल ली जा सकती है। इसके लिए उपयुक्त किस्म इस प्रकार है।
बमलेश्वरी, आई आर 36,आई आर 64, एम टी यू 1010, एम टी यू 1001, कर्मा मसूरी, चंद्रहासिनी,समलेश्वरी, इंदिरा,राजेश्वरी, दुर्गेश्वरी,महेश्वरी, जैसी किस्मे चुने।
या फिर संकर नस्ल यानी की हाइब्रिड धान की किस्मो में,हाइब्रिड-5, पी.आर.एच.-10, जे.के.आर.एच-3333,यू.एस.-312, यू.एस.-382, एराइज तेज और डी.आर.एच-775 भी जबरदस्त उपज देती हैं।
धान बोवाई का सही समय
छत्तीसगढ़ धान बोवाई का सही समय जून और जुलाई का महीना होता है जब मानसून का आगमन होता है और मिट्टी 10 से 20 सेंटी मिटर तक गीली हो जाती है। इस अवधि मे किसान धान की खेती शुरू कार सकते है।