छत्तीसगढ़ / ठगी के इस पूरे प्रकरण का मुख्य ऑब्जेक्ट था ” शेयर मार्केट से होता है तगड़ा मुनाफा ,क्रिप्टो करेंसी है पैसों का कुआं ”
और उस मुनाफे के भ्रमजाल को और गहरा करने लग्जरी गाड़ियों लग्जरी लाईफ स्टाइल का सुरमा लोगों की आँखों मे चढ़ाया गया
3 महीने में निवेशको के पैसे डबल हो जायेंगे
छत्तीसगढ़ के बिलाईगढ़ सारंगढ़ जिले मे एक छोटे से गांव रायकोना के रहने वाले शिव साहू ने,कथित रूप से हर महीने 30 % ब्याज देने का लालच दें उसे क्षेत्र के लोगों से करोड़ो उगाही कर लिए।
यहां “कथित रूप से” शब्द का प्रयोग इसलिए हो रहा है। क्योंकि जिन निवेशकों ने शिवा साहू को लाखों रुपए देने की बातें कहीं हैं उनके पास कोई दुरुस्त कानूनी दस्तावेज नहीं है, लोगों के पास है केवल शिवा साहू के द्वारा दी गई पावती की शक्ल में पर्ची। महज एक कागज की पर्ची लेकर अपने लाखों रुपए, शिवा साहू को सौंप देना लोगों के उसके ऊपर अंधे विश्वास या ये कहें, लैक ऑफ़ नॉलेज को दर्शाता हैं
आज से 11 माह पूर्व, जब इस मामले ने सुर्खियां बटोरी तो इस प्रकरण का भंडाफोड़ हुआ, और मास्टरमाइंड शिवा साहू और उनके साथियों या यु कहें, रॉबिन हुड शिवा साहू की गिरफ्तारी हुईं।
तो लोगों मे उसके लिए अजीब तरह का समर्थन या यूं कहे दीवानगी सोशल मीडिया में ऑफलाइन ऑनलाइन दोनों तरह की देखने को मिली खासकर युवाओं में।
न्यूज़ चैनलों पर लोगों की प्रतिक्रियाएं और कमेंट
और इसका रीजन सोशल मीडिया में प्रचारित लग्जरी लाइफ़स्टाइल इंपोर्टेड गाड़ियों का काफिला, गरीबों का मददगार वाली फर्जी इमेज। जबकि वास्तव में वह सब कुछ लोगों की आंखों में धूल झोंकने का ट्रिक था।
क्योंकि गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच में। शिवा साहू का डिमेंट अकाउंट होने या शेयर मार्केट में किसी भी तरह का इंवॉल्वमेंट नहीं होने की बात सामने आई है। हालांकि क्रिप्टो करेंसी में निवेश को लेकर पुलिस को कुछ सबूत मिले जरूर थे।
पर क्रिप्टोकरंसी में निवेश भी एक तरह का गैंबलिंग ही है। इसमें तो रिस्क और बढ़ जाता है, क्योंकि क्रिप्टो करेंसी को दुनिया में किसी भी देश में आधिकारिक मान्यता नहीं है।
तो लब्बोलुवाब यह निकलता है। शिवा साहू केवल इसकी टोपी उसके सर करता था। मसलन नये लोगों का पैसा पुराने लोगो मे बाँट देता था। और इससे एक तरह का biz क्रिएट होता था लोग पैसा बड़े हुए ब्याज पर पैसा मिलने से करते थे माउथ पब्लिसिटी और इसमें आग का काम करती थी। लग्जरी गाड़ियों का काफिला और ठाट बाट।
बहरहाल अभी के सिनारियों में, शिवा साहू के विरुद्ध माननीय कलेक्टर जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के समक्ष शिकायत हुई है। और इस बार शिकायतकर्ता हैं रायकोना ही गांव के ग्रामीण। अब आगे क्या होगा यह देखना अभी बाकि हैं।
इस पूरे मामले से लोग क्या सीख सकते हैं।
वह यह कि शेयर मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है निवेश अपनी समझदारी और जिम्मेदारी से करें।
चाहे कोई कितना भी रिटर्न देने का वादा करें, अपने मेहनत के पैसे। किसी और के हाथों में न सौपे पूरी दुनिया में होने वाली वित्तीय गतिविधियों की जानकारी रखें। अगर कोई व्यक्ति आपके पैसों पर ऊंचे ब्याज देने का वादा करें। तो बैंकिंग सेक्टर में चल रहे हैं ब्याज दरों से उसकी तुलना करें। विचार करें, बैंक्स फिक्स्ड डिपॉजिट पर कितना ब्याज दे रही है। गोल्ड में निवेश करने पर हमें कितना रिटर्न मिल रहा है। PPF / NPS जैसी सरकारी स्कीम मे कितना ब्याज मिल रहा है। सुकन्या समृद्धि योजना से भी इसकी तुलना की जा सकती है। जब वित्तीय क्षेत्र की बड़ी-बड़ी संस्थाने हमें लगभग 6 से 12% का रिटर्न सालाना सारे स्कीम में दे रही है। ऐसे में 30% मासिक ब्याज पर देने की बात पर संदेह होना, स्वाभाविक बात थी।
शेयर मार्केट या म्यूचुअल फंड में निवेश, केवल अपने डीमैट खातों से करें
बाजार को बिना जाने बिना समझे, इंट्राडे ट्रेडिंग, फ्यूचर एंड ऑप्शन ट्रेडिंग, ना खुद करें, ना दूसरों को शेयर मार्केट के इन रिस्की प्रोडक्ट में, ट्रेडिंग करने के लिए अपने पैसे सौपे।
अग्रिम पथ न्यूज़ की यह रिपोर्ट केवल एजुकेशनल परपज के लिए है, इसे किसी भी तरह का निवेश सलाह न माने।